मधु विकास योजना हिमाचल प्रदेश | Madhu Vikas Yojana | सम्पूर्ण जानकारी
मुख्यमंत्री मधु विकास योजना | Himachal pardesh Madhu Vikas Yojana in hindi | Application Form | मुख्यमंत्री मधु विकास योजना में आवेदन | Online Registration and Eligibility
मुख्यमंत्री मधु विकास योजना – Madhu Vikas Yojana
मधु विकास योजना का उद्देश्य किसानों के जरिये राज्य में मधुमक्खी पालन और उत्पादन को प्रोत्साहित करना है। यह योजना प्रदेश के बागवानी विभाग द्वारा चलायी गयी है ताकि प्रदेश में शहद के व्यवसायिक उत्पादन में क्रांति लायी जा सके। इसके लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रदेश में 10 करोड़ रुपए की Mukhyamantri Madhu Vikas Yojana शुरू की है। जिससे बेरोजगार युवा भी बीकीपिंग को व्यवसाय के रूप में अपनाकर अपनी आर्थिकी को मजबूत कर सकेगे।
मुख्यमंत्री मधु विकास योजना के मुख्य पहलु
- Madhu Vikas Yojana के तहत, मधुमक्खी पालक को 50 मधुमक्खी कालोनियों या यूनिट तकआर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
- मधुमक्खी पालक बढ़ाने के लिए 80 प्रतिशत लागत राशि या 1,600 रुपये प्रति मधुमक्खी कॉलोनी दी जाएगी जो की 50 मधुमक्खी कालोनियों या यूनिट तकहोगी।
- Madhu vikas yojana योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के हर ब्लॉक मुख्यालय पर विभाग कीओर से एक-एक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन भी किया जायेगा जहा मधुमक्खी पालन और योजना के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी।
- घरों में देसी मधुमक्खी पालने वाले को भी प्रतिछत्ता 1000 रुपए दिए जाएंगे।
- शहद की इकाई स्थापित करने के लिए, परियोजना की लागत का 100 प्रतिशत ( दो बीघा में) मधुमक्खी वनस्पतियों के रोपण के लिए भी प्रदान किया जाएगा।
Madhu Vikas Yojana योजना में आवेदन प्रक्रिया
प्रदेश सरकार हिमाचल प्रदेश के युवाओ को इस योजना के लिए प्रेरित कर रही है और प्रदेश में ट्रैंनिंग कैंप भी लगा रही। ट्रेनिंग के तहत भी किसानो को ट्रैंनिंग भत्ता प्रदान किया जायेगा ये ट्रेनिंग साल में एक बार 5 दिनों के लिए होगी।
मुख्यमंत्री मधु विकास योजना जानकारी वेबसाइट पर
प्रदेश में प्रतिवर्ष करीब 1500 मीट्रिक टन शहद का उत्पादन होता है। देश में लगभग 1750 लोग मधुमक्खी पालन वयवसाय से जुड़े हैं। हिमाचल प्रदेश में शहद का कारोबार 5 करोड़ रुपये से अधिक का है। ये योजना प्रदेश में किसानो की आय में वृद्वि का काम भी करेगी।
आत्म निर्भर विकास पैकेज के अंतर्गत मधुमक्खी पालनकर्ताओं के लिए घोषणा
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीताराम ने Covid -19 आत्म निर्भर भारत पैकेज के दौरान कहा कि सरकार देश के मधुमक्खी पालकों के लिए बुनियादी ढांचा के विकास के लिए 500 करोड़ रुपये की योजना को लागू करेगी।
यह योजना मधुमक्खी पालन विकास केंद्र, संग्रह विपणन और भंडारण केंद्र, और अन्य चीजों के अलावा मूल्य संवर्धन सुविधाओं से संबंधित बुनियादी ढांचे के विकास के लिए लागु होगी । इससे 2 लाख मधुमक्खी पालनकर्ताओं की आय में वृद्धि होगी।